जब मोहब्बत बेहिसाब हो तो जख्मों का हिसाब क्या करना,
अक्ल कहती है मारा जायेगा, दिल कहता है देखा जायेगा !!
💗कहते हैं की, हर चीज की एक इन्तहा होती है,💗
फिर क्यूँ ये मोहब्बत बेइंतेहा होती है💞..
मोहब्बत ज़िन्दगी के फेसलों से लड नही सकती
किसी को खोना पड़ता है किसी का होना पड़ता है
याद हैं मुझे आज भी उनके ये आख़िरी अलफ़ाज़,
.जी सको तो जी लो वरना मर जाओ तो बेहतर है..
.
"वो हम को बेपनाह कर गये, ज़िनदगीं में हम को तन्नहा कर गये, चाहत थी उनके इश्क में फ़नाह होने की, पर वो लौट कर आने को भी मना कर गये."
Dhundla Rahey Hein Shehr K Jaltay Howey Charagh,
Aey Neend Aa Bhi Jaa, K Boht Raat Ho Chukki..!!
एक शायरी ऐसी लिखी मैंने उसके नाम की..
की जिसने उसे देखा नहीं उसने भी तारीफ़ की..
सिखा न सकी ,…
जो उम्र भर तमाम किताबें मुझे
फिर करीब से कुछ चेहरे पढ़े
और न जाने कितने सबक सीख लिए .....
रिश्ते कभी भी "कुदरती" मौत नहीं मरते...
इनका हमेशा "इंसान" ही क़त्ल करता है...
"नफ़रत" से,
"नजरअंदाजी" से,
तो कभी "गलतफ़हमी" से...
🔹 सज़ा बन जाती है गुज़रे हुए वक़्त की निशानीयाँ....
ना जाने क्यूँ मतलब के लिए..... मेहरबान होते हैँ लोग......!!🔸
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